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Wednesday, September 30, 2020

सांबा में बनने वाला वेस्टेज मैैैनेजमैंट/ डिस्पोजल प्लांट। सेहत और पर्यावरण संबंधी मुद्दे


विकास किसी भी देश के लिए बहुत जरूरी होता है क्योंकि विकास से देश में रोजगार के साधन खुलते हैं और देश की तरक्की होती है। अगर विकास के साथ पर्यावरण के मुद्दों को भी ध्यान में रखा जाए तो यह सोने पर सुहागे वाली बात होती है लेकिन अगर विकास के समय पर्यावरण के मुद्दों को नजरअंदाज किया जाए, उन को दरकिनार किया जाए तो ऐसा विकास किसी भी काम का नहीं है। हम यहां पर बात कर रहे हैं सांबा में लगने वाले वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की। सांबा में मदेरा गांव के ठीक पीछे इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर में एक बेस्ट मैनेजमेंट कम डिस्पोजल प्लांट लग रहा है उसके लिए वहां पर तकरीबन 7 एकड़ जमीन ली गई है और वह सारी जमीन जो है वह पहाड़ियां है जिन को मशीनें लगाकर प्लेन किया जा रहा है और वहां पर जितने भी पेड़ हैं वह काट दिए गए हैं उखाड़ दिए गए हैं और पूरी हरियाली को वहां पर तहस-नहस किया जा रहा है और पर्यावरण की बिल्कुल अनदेखी की जा रही है। गौरतलब यह है कि यह जगह सांबा के लोगों के लिए हवा ताजी हवा ऑक्सीजन का एक बहुत बड़ा स्रोत है। पहले सांबा के लोग सुबह की सैर के लिए आर्मी ग्राउंड  मंडी में जाते थे जोकि आर्मी द्वारा अब बंद किया जा चुका है तो अब यही एक जगह की यहां पर सांबा के लोग सुबह की सैर के साथ अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते थे इसके अलावा भी सांबा के लोगों को जो कि ऑलरेडी पोलूशन के साए में जी रहे हैं क्योंकि सांबा में फेस वन में फेस टू में बहुत सारी ऐसी फैक्ट्रियां लगी है जो कि पोलूशन का केंद्र बनी हुई है इनमें पेस्टीसाइड फैक्ट्रीज है, सीमेंट फैक्ट्री है तो यह जगह यहां पर हरियाली का और स्वच्छ हवा का एक बहुत बड़ा साधन थी जैसा की जम्मू में मोह माया के जंगल है वह जम्मू के लिए लंगस का काम करते हैं इसी तरह से यह जगह भी सांबा के लोगों के लिए उनके लंगस, उनके फेफड़े का काम कर रही थी। अगर यहां पर निर्दयता से पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ की जाती है और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा उनको कंसेंट लेटर दिया जाता है तो यह भी एक बहुत बड़ी सोचने की बात है क्योंकि इस जगह के बिल्कुल साथ में लगता चक मंगा रकवाल गांव है इसके अलावा कैहली मंडी भी इसके बिल्कुल साथ है और रख अबं टाली गांव भी इसके पास ही है। सांबा से इसकी दूरी मात्र कोई 3 किलोमीटर होगी। तो इसका मतलब यह हुआ कि ऐसे वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में यहां पर पूरी फैक्ट्रीज़ का, इंडस्ट्रीयल बेस्ट का शोधन होगा तो वहां की हवा किस तरह की होगी और वहां से किस प्रकार की बीमारियां फैल सकती है इसका अंदाजा लगाना ही मुश्किल है। पोलूशन कंट्रोल बोर्ड के लेटर में लिखा है hazardous waste, अगर इस बेस्ट कि यहां पर फिलिंग की जाती है जाती है तो यह बारिश में कभी भी रिस सकता है और सांबा के वाटर टेबल को जो इंडस्ट्रीज के चलते खराब होने के  खतरे पर है पर है उसको और ज्यादा खराब कर सकता है जिससे सांबा के लोगों में बीमारियां फैल सकती हैं। इस संबंध में यूथ फॉर सोसाइटी के चेयरमैन और समाज सेवी राहुल संबयाल से बात की। राहुल संबयाल का कहना है कि " जो विकास है यह किसी भी देश की जरूरत है और सांबा एक इंडस्ट्रियल टाउन है हम मानते हैं और यह प्लांट सांबा के लोगों की डिमांड थी। इंडस्ट्रीज के चलते यहां पर एक बेस्ट मैनेजमेंट कम डिस्पोजल प्लांट होना चाहिए तो उसको लगाना प्रशासन का एक स्वागत योग्य कदम था। लेकिन जो जगह इसके लिए प्रशासन ने चुनी है वह जगह ठीक नहीं है क्योंकि यह जगह ठीक सांबा के बीच में है और सांबा के लोगों के लिए ताजी हवा का मुख्य स्रोत है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन इसको इस जगह से उठाकर रेलवे लाइन के पार यहां पर हजारों की संख्या में सरकारी जमीन है और आबादी कम है वहां पर उसको ले जाता है तो यह एक बहुत ही अच्छा कदम होगा। इससे एक पंथ दो काज होंगे एक तो सांबा के लोगों को और प्रशासन को जो कि वह सांबा में एक वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने के लिए कोशिश कर रहे हैं, एक तो वह सफल हो जाएगा और दूसरा इस प्लांट के यहां से दूर चले जाने के कारण यह सांबा के लोगों पर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है जो चिंता का विषय बनता जा रहा है वह भी खत्म हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन से यह अपील की कि सांबा के लोगों की सेहत को देखते हुए और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को ध्यान में रखकर इस प्लांट को यहां से स्थानांतरित करके रेलवे लाइन के पार कहीं दूर ले जाया जाए।"

https://youtu.be/XzHKXiv2YzY