Thursday, April 6, 2023

सुंब में वाइन शॉप का खुलना: क्या पड़ेंगे प्रभाव???


 एक्साइज डिपार्टमेंट द्वारा बनाई गई नई शराब नीति के अंतर्गत सुंब में भी एक वाइन शॉप टेंडर हो गया जो कि 22 लाख रुपए तक गया। सांबा शहर में कई वाइन शॉप होने के बावजूद भी सांबा में और वाइन शॉप दी गई जिनमें सुंब भी एक प्रमुख जगह है। अगर हम इस के बारे में बात करें तो यह वाइन शॉप लगभग 8 पंचायतों को कवर करती है जिसमें गौरन, सोड़म, ब्लेतर, पटियारी, कारड़, तलूर, आमली, समलाह हैं और एक बहुत बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हैं (तकरीबन 30 से 40,000)। वाइन शॉप खोलने से अब इन लोगों को तकरीबन अपने घर में ही शराब उपलब्ध हो जाएगी। इससे पहले उन्हें शराब लेने के लिए सांबा में जाना पड़ता था या दयालाचक में उनको शराब मिलती थी। कहने का मतलब यह है कि पहले उनको शराब लेने के लिए पहले गाड़ी में बैठ कर सुंब से सांबा  या  दयालाचक जाना पड़ता था और गाड़ी जो है वह टाइम टाइम पर चलती है, तो पहाड़ी इलाकों के लोग जिसमें कारड, रयोर, प्यूर, नंड, जटाह, बेलियां, सोडम, जीड, हंडड, दाबनू, सूर,  मंनसूर के लोग जोकि बहुत दूर से आते थे वह सांबा जाने में संकोच करते थे। और खुद सुंब के लोग भी इतना उद्यम नहीं कर पाते थे पर अब उनको यह चीज घर पर भी उपलब्ध मिलेगी। सुंब के लोगों ने इसका काफी विरोध किया है और उनका कहना है कि वह सुंब के इलाके में वाइन शॉप को नहीं खुलने देंगे। यहां पर हम आपको बताते चलें कि सुंब का जो इलाका है यह मुख्यता तौर पर खेती-बाड़ी पर ही निर्भर करता है और जिस प्रकार से आजकल मौसम का मिजाज हैं तो खेती-बाड़ी से जीवन यापन करना बहुत ही मुश्किल है। उनका कहना था कि उनके बच्चों को रोजगार चाहिए क्योंकि खुद तो उनके पास रोजगार नहीं है और खेतीबाड़ी से जो कुछ बचता है सब अपने बच्चों को ही पाल रहे हैं। लेकिन अब यहां पर वाइन शॉप खुल जाने से मुख्य तौर पर युवा इसकी प्रति आकर्षित होंगे और पहले वह 16 से 20 किलोमीटर दूर सांबा होने के कारण वहां पर जा नहीं पाते थे और जब अब उनको घर पर ही शराब उपलब्ध होगी तो वह उसको पीने में संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे लोगों का जीवन यापन करने के लिए जो पैसे का प्रबंध है उसमें भी गड़बड़ हो सकती है और युवाओं की पढ़ाई में भी फर्क पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह इसको खोलने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन करेंगे। 


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