एसएसपी बनाम तोष ने फिर से अपनी काबिलियत का परिचय देते हुए कल ही वैशाली के मेन किडनैपर को एरेस्ट कर लिया और विशाली को इंसाफ दिला दिया। अभी पिछले दिनों ही सुंब में लगाए हुए पब्लिक दरबार में लोगों ने जब यह मांग उठाई थी कि विशाली के कातिल का पता लगाया जाए और उसको इंसाफ दिलाया जाए तो उसी वक्त एसएसपी बेनाम तोष ने सबको यह आश्वासन दिया था कि वह जल्द ही उसके कातिल को पकड़ लेंगे और उन्होंने यह कर दिखाया है। सनद रहे कि आज से तकरीबन 8 महीने पहले विशाली नाम की युवती जो कि सांबा के डिग्री कॉलेज में पढ़ती थी और मडकोली की रहने वाली थी उसका संदिग्ध परिस्थितियों में शव समराला लुधियाना में मिला था जिस पर लोगों ने रोष प्रकट किया कि विशाली का किडनैप किया गया है और उसकी हत्या की गई है। सांबा पुलिस ने अपनी 8 महीने की कार्रवाई में कुछ भी हासिल नहीं कर पाई और केस जैसे दब सा गया था। लोगों ने कई बार कैंडल मार्च निकाले, विरोध प्रदर्शन कीये, जुलूस निकाले लेकिन वैशाली के कातिलों का पता नहीं चल पाया। पुलीस जैसी आंखें मूंद कर सो रही थी। लोग बार-बार इल्ज़ाम लगाते रहे कि कुछ ना कुछ गड़बड़ है। कैसे एक लड़की सांबा से लुधियाना के समराला चौक में पहुंच जाती है और वहां उसकी हत्या हो जाती है। हालांकि इस केस को आत्महत्या का रंग देने की भी कोशिश की जा रही थी लेकिन सबसे बड़ी बात जो सामने आ रही थी कि अगर किसी ने आत्महत्या ही करनी है तो वह लुधियाना में क्यों जाएगा और उसके फोन की कॉल डिटेल खंगालने से क्या जानकारी हासिल हो रही थी लोगों को इसके बारे में कुछ पता नहीं था। सिर्फ क्यास लगाए जा रहे थे कि ऐसा हुआ होगा, लड़की यहां से रेलवे स्टेशन तक कहां कैसे पहुंची उसने टिकट कहां का लिया, वह कहां जाना चाहती थी उसके मन में क्या था इसका कोई भी पता नहीं था। लेकिन एसएसपी बनाम तोष ने सुंब में लगाये गये पब्लिक दरबार में अपना वायदा निभाते हुए उसके कातिल को महज कुछ ही समय के अंतराल में पकड़ लिया है। जिस केस में 8 महीने से कुछ भी नहीं निकला था और केस दब सा गया था उन्होंने इसको थोड़े दिनों के अंतराल में ही हल करके दिखाया है और मडकोली तलूर के ही रहने वाले सुनील शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। इससे लोगों में यह संदेश गया है की पुलिस चाहे तो वह कुछ भी कर सकती है और कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं और कभी भी आरोपी कानून से बच नहीं सकता बशर्ते कानून के रखवाले अच्छे हो। यह बात भी सही है कि काली भेड़ें तो हर एक जगह होती हैं और हर कोई एक सा नहीं होता। हम सांबा पुलिस की इसके लिए भरपूर प्रशंसा करते हैं। एसएसपी सांबा द्वारा बनाई गई सिट निश्चित तौर पर ही छान बीन कर रही है कि इसमें और कौन-कौन से लोग थे जो उसकी उसकी हत्या करने में और किडनैप करने में शामिल थे क्योंकि निश्चित तौर पर यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है। निश्चित ही यह लोग अपना समाज में रोब दाब रखते होंगे जा या और भी कई वजह होगी कि वह अभी तक कानून की गिरफ्त में नहीं आ सके। लेकिन अब इन बड़ी मछलियों पर गाज गिर सकती है और वह दिन दूर नहीं जब ये लोग कानून की गिरफ्त में होंगे। एसएसपी सांबा ने अपने दो ढाई महीने के कार्यकाल के अंतराल में ही तकरीबन 40 से ज्यादा चोरों को पकड़ा है इसके अलावा उन्होंने 25-30 के लगभग हेरोइन स्मगलर को भी पकड़ा है और गोवंश की तस्करी करने वालों पर लगाम कसते हुए उन्होंने एक ही दिन में 205 गोवंश की रक्षा की थी। उन्होंने इसके अलावा उन्होंने कई रेप केस के मुजरिमों जोकि कई वर्षो से फरार थे उनको भी पकड़ा है। उन्होंने पुलिस डिपार्टमेंट में आमूलचूल परिवर्तन करके उसकी छवि को एक नया रूप दिया है और लोगों को यह विश्वास दिलाया है कि वह चैन की नींद सो सकते हैं, उन्हें चोरों का कोई खतरा नहीं है, उनके बच्चों को ड्रग्स तस्करों से डरने की जरूरत नहीं है और उनकी बच्चियां भी सुरक्षित है चाहे वह कहीं भी पढ़ने जाएं।
एसएसपी सांबा को इसके लिए साधुवाद।
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