Tuesday, February 28, 2023

क्या विशाली को इंसाफ मिलेगा???

 



एसएसपी सांबा बेनाम तोष द्वारा सुंब में लगाएंगे पब्लिक दरबार में एक बार फिर विशाली नाम का घाव कुरद कर सामने आ गया। बहुत सारे वक्ताओं ने एसएसपी सांबा द्वारा लगाए गए इस पब्लिक दरबार में कई बातें की जिनमें वहां पर एक बस सर्विस के अलावा स्कूल के आसपास मंडराते हुए लड़के मोटरसाइकिल, सुंब इलाके में अलग-अलग जगह पर मंदिरों और अन्य जगह पर हुई चोरियां और उसके अलावा एक वक्ता के बोलने पर विशाली नाम का वह घाव जिसका कोई इलाज नहीं है, जो लगातार रिस रहा है, वह फिर से सामने आ गया और फिर से एक सवाल खड़ा हो गया कि क्या विशाली को इंसाफ मिलेगा। जब यह बात वहां पर एक वक्ता नरेश शर्मा द्वारा बोली गई तो उस वक्त विशाली के पिता वहीं पर खड़े थे और आंसू बहा रहे थे पूरी बातचीत के दौरान वह सिर्फ आंसू ही बहाते रहे। अब जब वक्ताओं ने यह बताया कि सारे सीसीटीवी फुटेज बगैरा कॉल डिटेल अगर पुलिस के पास है तो आखिर क्या वजह है कि विशाली के हत्यारे आज तक पकड़ से बाहर हैं। सनद रहे कि विशाल नाम की युवती जो कि सांबा के ही दूरदराज के इलाके मरकओलई की रहने वाली थी और सांबा के कॉलेज में पढ़ती थी। उसकी लुधियाना के पास ट्रेन में आज से तकरीबन 7 महीने पहले गिरकर मौत हो गई थी। मौत के कारणों का कुछ पता नहीं चल पाया था। कई लोगों ने इसको हत्या बताया और कई लोगों ने इसको आत्महत्या बताया। लेकिन जिन संदिग्ध परिस्थितियों में विशाली की मौत हुई थी उससे तो यह साफ जाहिर है कि कहीं ना कहीं कुछ दाल में काला था। आखिर कैसे कॉलेज पढ़ती हुई लड़की अपनी सहेलियों से अलग होकर कि उसकी मां बीमार है, वहां से निकलकर किस प्रकार लुधियाना तक ट्रेन में पहुंच गई। एकदम से इस तरह का निर्णय नहीं लिया जा सकता और अगर उसने निर्णय लिया तो इसका पीछे कोई वजह ही होगी उसके उसके फोन की डिटेल खंगालने से अवश्य कुछ ना कुछ मिलेगा। कुछ भी उस समय इसके बारे में कुछ बाहर नहीं आया और महज पुलिस डिपार्टमेंट ने जैसे चुप्पी साध ली मौत के कारण क्या रहे क्या यह हत्या थी यह थी या आत्महत्या थी और यदि आत्महत्या भी थी तो आत्महत्या क्यों की गई, यह भी कुछ सामने नहीं आया। लोग इंसाफ की गुहार लगाते रहे कैंडल मार्च निकालते रहे लेकिन पुलिस के कान पर जूं नहीं रेंगी। लेकिन जिस तरह से एसएसपी बेनाम तोष के आने के बाद पुलिस की शादी में आमूलचूल परिवर्तन आया है। लोगों को एक उम्मीद की किरण दौड़ गई है। छोटे से 2 महीने के अंतराल में ही है 38 चोरों के अलावा 16 हेरोइन स्मगलर, सोना चांदी, मोबाइल फोन, खनन माफिया और बोवाइन स्मगलिंग की कई कोशिशों को दूर किया है। सनद रहे कि सांबा में यह वही चोर थे जिन्होंने लोगों की नाक में दम कर रखा था और पुलिस की नाक के नीचे ही चोरी करके सामान उड़ा ले जाते थे। कल ही उन्होंने एक बहुत बड़ी गोवंश की तस्करी की कोशिश को नाकाम किया और तकरीबन 205 गोवंश को बचाया। इससे लोगों में उम्मीद की किरण दौड़ गई है। एसएसपी साबा के इस प्रकार से कार्य करने से लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है उन्होंने 48 पुलिस अफसरों की तबादला करने के साथ पुलिस में आमूल चूल परिवर्तन लाया है। आप जब लोगों ने जब उनके आगे विशाली का रोना रोया तो उन्होंने लोगों को उसी वक्त आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी उन्होंने डीएसपी, एसएचओ सांबा और चौकी अफसर गौरन को यह दिशा निर्देश दे दिए हैं कि यहां पर जितनी भी तहकीकात है उसको जल्द से जल्द खत्म किया जाए, पूरा किया जाए और यहां तक पंजाब पुलिस की बात है तो वह वहां के डीजी, डीआईजी और एसएसपी रैंक के अफसर के साथ संपर्क में है और जल्दी ही उनसे पूरी डिटेल बरामद कर ली जाएगी और इसको वह हल करके ही छोड़ेंगे। उनके इस इस उनके इस आश्वासन से लोगों में एक उम्मीद की किरण दौड़ गई है और अब यह लगता है लोगों को कि विशाली को इंसाफ मिलेगा।

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