जिला सांबा के सुंब क्षेत्र के गांव चांडली के स्थानीय युवा जो की घर की जरूरतों के लिए लकड़ी वगैरा लेने जंगल में गए हुए थे। वहां पर उन्होंने पाया कि गांव चनूरी के एक खास कम्युनिटी के लोग 32 बेजुबान जानवरों को वहां से लेकर जा रहे थे। जब स्थानीय युवाओं ने उनको पूछा कि जानवर कहां से आए हैं उनको कहां लेकर जा रहे हो तो उनसे कोई जवाब देते ना पड़ा। बाद में स्थानीय युवाओं द्वारा इन युवकों को पकड़ लिया गया और पुलिस को भी वहां पर बुला लिया गया। सूत्रों से पता चला है कि जे जानवर बोवाइन स्मगलिंग की कोशिश के तहत कठुआ से लाए गए थे और गांव ढाकी के पास पढ़ते दसिंया में इनको उतारा गया था वहां से इनको चनूरी गांव के कुछ युवकों द्वारा पैदल ही जंगल से लेकर आगे घाटी तक ले जाने की मंशा थी। जिसका स्थानीय युवाओं द्वारा असफल कर दिया गया। मौके पर पुलिस पहुंच चुकी थी और आगे की कार्रवाई जारी है हम आपको यह भी बता दें कि बोवाइन स्मगलिंग की यह कोई नई कोशिश नहीं है। अक्सर कठुआ और घगवाल क्षेत्र में बहुत सी बोवाइन स्मगलिंग की कोशिशें की जाती है जिसका पुलिस डटकर सामना करती है और इनको नाकाम कर देती है। लेकिन इस बार जो पैदल ही उनको ले जाने की उनकी कोशिश थी, यह दिखाती है कि बोवाइन स्मगलिंग के लिए किस तरह की नये तरीक़े, कोशिशें की जा रही हैं और चनूरी गांव के जो लड़के इसमें शामिल हैं वह भी का काफी छोटी उम्र के ही बताया जा रहे हैं। ऐसी कोशिशें एक सांप्रदायिक माहौल पैदा करती हैं लेकिन युवाओं ने शांति से काम लेते हुए बिना किसी हिंसा के ऐसी कोशिश को असफल बनाया है जो काबिले तारीफ है।
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