Thursday, May 6, 2021

क्या डिस्टिक सांबा का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत है करोना का वेग संभालने के लिए।


 इस वक्त जैसे की करोना का खौफ चल रहा है। हर एक जगह तकरीबन रोज ही करोना के नए-नए के सामने आ रहे हैं। इतना ज्यादा केस होने से जो हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर है उस पर इसका बहुत ही भारी लोड है। अभी हमने विजुअल देखे थे की चेस्ट डीजी़जस् हॉस्पिटल जम्मू के, यहां पर लोगों को बेड नहीं मिल रहे हैं और वह बाहर ही ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर कहीं सीड़ियों में, कहीं पार्क में कहीं फुटपाथ पर ही सोए पड़े हैं। इसी तरह से अगर हम बात करें तो सांबा डिस्टिक की बात करें सांबा डिस्टिक भी पिछले दिनों ही लॉकडाउन के दायरे में आया था।जम्मू कश्मीर में चार डिस्ट्रिक्ट में लॉकडाउन को बढ़ाया गया था और सांबा डिस्टिक की लॉक डाउन के लिए नई एडिशन हुई थी, यहां भी हालात कुछ ठीक नहीं दिखते हैं। आज ही बड़ी ब्राह्मणा के इलाके में 4 माइक्रो कंटेनमेंट जोन आई है। हम आपको यह बताना चाहते हैं कि अगर सांबा डिस्टिक में हालात बिगड़ते हैं तो क्या सांबा डिस्ट्रिक्ट का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर इन को संभालने के लिए तैयार हैं। अगर हम बात करें डिस्टिक सांबा के सुंब एरिया की जिसमें 8 पंचायतें हैं और जिसके आबादी  20-25 हजार के करीब है। और इतनी आबादी की देखभाल करने के लिए वहां पर एक ही प्राइमरी हेल्थ सेंटर है जिसमें सिर्फ तीन ऑक्सीजन सिलेंडर ही उपलब्ध है।अभी तक कोविड-19 की सेकंड वेव के चलते यहां पर, इस इलाका में कोई केस नहीं आया है कोई माइक्रो कंटेनमेंट जोन नहीं बनी है। हालांकि पहली करोना वेव में सुंब एरिया में भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनी थी। लेकिन अगर कल को कहीं करोना ने इस इलाके में दस्तक दी तो प्राइमरी हेल्थ सेंटर उस वक्त को संभालने के लिए तैयार होगा। तीन ऑक्सीजन सिलेंडर से कितने ही लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध हो पाएगी। हम एडमिन्सट्रेशन से यही प्रार्थना करते हैं कि वक्त की नजाकत को देखते हुए पहले से ही सुंब के अस्पताल में कुछ इस तरह के अरेंजमेंट किए जाएं कि कम से कम वहां पर 50 के लगभग करोना मरीजों की ऑक्सीजन के लिए और मेडिकेयर का इंतजाम हो सके ताकि सांबा के डेडीकेटेड कोविड-19 डिस्टिक हॉस्पिटल पर इसका लोड ना पढ़ सके और स्थिति बिगड़ने से बच सके।

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