चौधरी मंजूर अहमद ने डीडीसी इलेक्शन में आजाद उम्मीदवार के तौर पर खड़े होने का लिया फैसला। चौधरी मंजूर अहमद जोकि कारड पंचायत के प्यूर गांव के रहने वाले हैं उन्होंने आजाद उम्मीदवार के तौर पर खड़े होने का फैसला लिया है। चौधरी मंजूर अहमद एक बहुत ही अच्छे सोशल एक्टिविस्ट रहे हैं और समाज सेवा के लिए जाने जाते हैं। वह अपने इलाके के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो कि काफी पढ़े लिखे हैं उनकी कम्युनिटी में उनके अलावा किसने भी पढ़ाई लिखाई पर इतना ध्यान नहीं दिया है। अपने पढ़े लिखे होने के कारण वह अपनी कम्युनिटी और अपने इलाके में काफी लोकप्रिय हैं। चौधरी मंजूर अहमद का चुनाव लड़ने के बारे में बारे में कहना है कि बकरवाल कम्युनिटी का सदस्य होने के नाते उन लोगों को कई परेशानियां हैं जो उनकी कम्युनिटी का बंदा ही उनका हल कर सकता है। इसलिए उन्होंने सुंब की, अपने गांव और बकरवाल कम्युनिटी की बेहतरी को देखते हुए इस चुनाव में उतरने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि रोड जो की सभी लोगों के लिए वहां पहुंचने का एकमात्र जरिया है उसका कोई विकास नहीं हो पाया, ना वह सड़क बन पाई है। उन्होंने कहा है कि अगर वो डीडीसी इलेक्शन जीतते हैं तो वह सबसे पहले इस रोड को बनाने की दिशा में काम करेंगे। सनद रहे कि चौधरी मंजूर अहमद ने सुंब रोड संघर्ष समिति के संघर्ष में भी अपना योगदान दिया था।
No comments:
Post a Comment