Monday, November 16, 2020

पक्षिमी विक्षोभों की पहली ही बारिश ने बिगाड़ी सुंब रोड की हालत।



 पक्षिमी विक्षोभों से होने वाली पहली ही बारिश ने सुंब रोड की हालत बिगाड़ कर रख दी है। जैसा कि हम पहले भी अपने माध्यम से आपको बताते रहे हैं कि सांबा से लेकर सुंब गौरन तक जाने वाली रोड जो सांबा से सुंब तक 14 किलोमीटर और उसके आगे उसके आगे गोरन तक 6 किलोमीटर है उसकी हालत बहुत ही खराब है। विभिन्न पार्टियों की सरकारें आई लेकिन किसी ने भी इस रोड को बनाने में अपनी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब जैसे कि डीडीसी चुनाव इस वक्त सर पर हैं तो यह रोड सभी पार्टियों के लिए एक मुद्दा बन चुकी है और सुंब के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस रोड पर लेकर वहां पर भूख हड़ताल भी रखी थी और काफी जोर-शोर से इस मुद्दे पर उठाया था कि आज तक यह रोड क्यों नहीं बन पाई। लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि किसी ने इसके बारे में कोई सुध नहीं ली और कल पक्षिमी विक्षोभों के कारण हुई पहली ही बारिश ने इस रोड की हालत बिगाड़ के रख दी।सडक इतनी स्लिपरी हो चुकी है कि कहने की कोई बात नहीं है पलाई ढक्की की के पास तो इसकी हालत बहुत ही बुरी है और सिर्फ पलाई ढक्की की ही नहीं अगर हम इस रोड की बात करें तो इसमें पढ़ने वाले सात से आठ नाले, जिनमें थोड़ी सी बारिश से ही पानी आ जाता है बहुत बडी मुसीबत हैं। और मिट्टी कीचड़ कुछ ना कहत हम यह कह सकते हैं कि यह रोड कहीं पर दलदल और कंही तालाब का रुप घारण  कर लेती है। डीडीसी चुनाव होते हुए हम राजनीतिक पार्टियों से भी कहना चाहते हैं कि जिस जनता का वोट लेकर आप चुने जाते हो उस जनता के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाना आपका काम है और जो सड़क है यह एक लाइफ लाइन है। अगर किसी इलाके में सड़क नहीं होगी तो उसकी क्या हालत होगी तो डीडीसी चुनावों को लेकर जो भी पार्टियां यहां पर खड़ी हैं उन सब से मेरा यह अनुरोध है कि इस सड़क को लेकर वह अपनी दिलचस्पी दिखाएं और जो भी पार्टी जीतती है जो भी कार्यकर्ता पार्टी का इसमें जीता है वह रोड को बनाने में अपनी दिलचस्पी दिखाए और इस को बनाना अपना सर्वोपरी लक्ष्य रखें।

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