Sunday, September 12, 2021

नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व एमएलसी त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले में एक नया मोड़: हरमीत सिंह पुत्र करतार सिंह निवासी नानक नगर द्वारा लिखा गया हत्या का कबूलनामा इंटरनेट मीडिया पर तेजी से हो रहा है वायरल

 







नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व एमएलसी व जम्मू के प्रमुख ट्रांसपोर्टर त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। पुलिस हत्या के जिन दो आरोपितों हरमीत और हरप्रीत सिंह की तलाश कर रही है। उनमें से एक हरमीत सिंह पुत्र करतार सिंह निवासी नानक नगर द्वारा लिखा गया हत्या का कबूलनामा इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उसने यह कबूल किया है कि उसी ने वजीर के सिर पर गोली मारकर उसकी हत्या की है। वही शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह खुलासा हुआ है कि त्रिलोचन सिंह की हत्या सिर में गोली मारकर की गई थी। 
पत्र लिखने वाले हरमीत ने लिखा है कि कनाडा जाने से एक दिन पहले वजीर हरप्रीत के रमेश नगर स्थित फ्लेट में पहुंच गया था। मैं वहां पहले से रह रहा था। वजीर के आने के बाद हरप्रीत ने मुझे होटल चले जाने के लिए कहा। मैंने बात मान ली और मैं होटल चला गया। मेरा कुछ सामान हरप्रीत के घर रह गया था।मैने उसे फोन किया मगर उसने फोन नहीं लिया। तब मैं खुद चला गया जैसे ही मैंने भीतर प्रवेश किया वजीर हरप्रीत से बात कर रहा था कि अजीत गुवाहाटी वाले ने ने सुदर्शन वजीर, हरमीत और उसके बेटे को खत्म करने करने के लिए चार करोड़ में डील करवा दी है। दो करोड़ एडवांस भी दे दिया है। इस पर हरप्रीत ने कहा कि हरमीत तो आपके दोस्त हैं। इस पर वजीर ने कहा कि हरमीत उसके खिलाफ चलता है।यह सुनकर मुझे गुस्सा आ गया और मैंने भीतर जाते ही वजीर से जब इस बारे में पूछा तो उसने मुझे काफी कुछ बोला। हम दोनों में बहसबाजी शुरू हो गई। इस पर उसने
 बीच-बचाव करते हुए हमें चुप कराया और खुद लड़के के साथ ठंडा लेने के लिए बाजार चला गया। उसके जाते ही वजीर और मेरे बीच फिर से बहसबाजी शुरू हो गई। वजीर ने कहा कि मैंने ही चोपड़ा परिवार काे मरवाया, बिल्ला समेत डिग्याना के तीन लड़के मरवा दिए, पप्पी सिंबल वाले को भी मैंने ही मरवाया। आज तक मैंन सौ के करीब लोगों को मार दिया है। अब हमारी मुंबई के डॉन से दिल्ली में बात हुई है। मेरे साथ नलवा और अजीत भी शामिल थे। दो करोड़ एडवांस भी दे दिया है। सुदर्शन समेत तेरे को (हरमीत) और तेरे बेटे को जल्द खत्म कर दिया जाएगा। टीम जम्मू पहुंच गई है। (ये सब स्पेशल नोट मैं लिखा है) हरमीत ने कहा कि यह सुनकर मेरा गुस्सा भड़क गया। मैंने रिवाल्वर निकाला और वजीर के सिर पर गोली मार दी। जब हरप्रीत वापस आया तो वह यह देखकर रोने लगा। तब मैंने उसे समझाया और उससे कहा कि अगर वह मेरा साथ नहीं देगा तो जेल में जाएगा। उसकेे बाद हमने लाश को बाथरूम में रखा। परिवार से बातचीत होने तक हम दिल्ली में ही रहे। उसके बाद हमने वजीर का फोन बंद कर दिया। छह पेजों के इस पत्र में हरमीत ने पूरी साजिश का खुलासा करत हुए अंत में लिखा है कि वजीर की हत्या उसने की है। इसमें हरप्रीत या फिर उसके परिवार का कोई हाथ नहीं है। अब वह आत्महत्या करने जा रहा है। 

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