Saturday, June 5, 2021

फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन डेल्टा संस्करण के खिलाफ कमजोर एंटीबॉडी प्रतिक्रिया करता है एक यूके अध्ययन


फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट और यूसीएलएच बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं के उभरते आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में पहली बार पहचाने गए
डेल्टा वैरिएंट पर टीकाकरण प्रभावशीलता में कमी आई है, खासकर पहले शॉट के बाद। अध्ययन से वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला है कि दूसरी खुराक जल्दी से वितरित की जानी चाहिए और आबादी के कमजोर सदस्यों को 2021 के अंत तक बूस्टर शॉट की आवश्यकता हो सकती है। अध्ययन यह भी कहता है कि "एक एकल खुराक अभी भी टीकाकरण ना होने की तुलना में काफी अधिक सुरक्षा प्रदान कर सकती है।"

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