Thursday, April 8, 2021

कोरोना वायरस की दूसरी लहर और स्कूल्स


कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते आज पूरे भारत में 126789 केस दर्ज किए गए जोकि अपने आप मैं एक रिकॉर्ड है। क्योंकि जब से कोविड-19 शुरू हुआ है इतनी बड़ी संख्या में कभी भी 1 दिन में इतने केस नहीं आए इससे हमें यह पता चलता है कि कोविड-19 कितना विकराल रूप लेता जा रहा है। अगर हम जम्मू कश्मीर यूनियन टेरिटरी की ही बात करें तो पिछले 24 घंटे में 555 केस दर्ज किए गए जिनमें 178 सिर्फ जम्मू डिवीजन से थे और जो मामले सामने आए हैं उनमें अगर हम बात करें तो गवर्नमेंट साइंस कॉलेज में 30 मामले दर्ज किए गए जोकि 1 दिन के समय में बहुत ज्यादा है। इसी तरह से अलग-अलग जगहों पर स्कूलों में भी कई मामले दर्ज किए गए। इसमें जैसे कि सरकार की तरफ से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स हैं उनको हमने फॉलो करना है, सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना है और मास्क पहनना जरूरी है। जैसे कि कल दिल्ली हाईकोर्ट की एक रूलिंग आई है जिसमें उन्होंने यह कहा है कि अगर आप अपनी निजी गाड़ी में जा रहे हैं और आप अकेले हैं, तब भी आपको मास्क पहनना अनिवार्य है तो इसी से पता चलता है की स्थिति कितनी गंभीर है कि कोर्ट को भी इसमें दखल देना पड़ रहा है। अगर हम स्कूलों की बात करें तो यूटी प्रशासन ने पहले ही नाइंथ क्लास तक स्कूल दो हफ्तों के लिए बंद किए हैं और 12th तक तक एक  हफ्ते के लिए। लेकिन अगर हम यह देखें तो यह बात सिर्फ बच्चों पर लागू हो रही है जो वहां के स्टाफ मेंबर्स है, टीचींग या नॉन टीचिंग साफ है, उन पर यह बात लागू नहीं की जा रही। सोचने का विषय यह है कि अगर स्कूल में बच्चे ही नहीं है तो स्कूल में स्टाफ मेंबर्स का जमावड़ा लगाना कहां से उचित है इसी के चलते स्कूलों में भी लगातार कोविड-19 के केस आने शुरू हुए हैं, जिससे किसी तभी किसी स्कूल को 2 दिन के लिए बंद करना पड़ रहा है और अलग-अलग तरह से प्रशासन इस को देख  रहा है। हमारा प्रशासन से यही अनुरोध है कि स्कूलों में जैसे कि पहले भी आर्डर किए जा चुके हैं कि थोड़े थोड़े टीचर थोड़े थोड़े दिनों के अंतराल के बाद आते रहे जिससे स्कूल का डेस्क वर्क भी चलता रहे और करोना का खतरा भी ना रहे। सरकार की तरफ से जो टीचर्स की आरटी पीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं वह भी एक सराहनीय कदम है। लेकिन हमारा लोगों से अनुरोध है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें, मास्क पहने और जितने भी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स है उनका पालन करें। करोना का वायरस जैसे जैसे अपने आप को चेंज करता जा रहा है इस तरीके से हमें भी अपने आप को उतना ही सजग कर लेना चाहिए। जैसे कि अब कुछ नए लक्षण लोगों में दिखाई दे रहे हैं तो हमारा सभी से यह अनुरोध है कि इस अदृश्य दुश्मन को हम तभी पराजित कर सकते हैं जब हम एक सोच के साथ चलें तो इस सोच में प्रशासन के साथ हमारी समरसता होना जरूरी है। अगर हम प्रशासन के दिए हुए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स का पालन करें और निजी जिंदगी में भी उनका अच्छी तरह से अनुकरण करें तो हम इस करोना को निश्चित ही हरा पाएंगे।

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