सांबा में आवारा जानवरों की भरमार हो गई है और यह जानवर बेरोकटोक सांबा बस स्टैंड पर घूमते रहते हैं जिससे वहां पर कोई भी हादसे का खतरा बना हुआ है। गौरतलब यह है कि आवारा जानवर इनको कहां रखा जाए इनके लिए क्या प्रबंध किए जाए इसके बारे में प्रशासन के पास अभी कोई सोच विचार नहीं है। आये दिन जानवर किसी गाड़ी से टकराकर हादसे का शिकार हो जाते हैं। हादसे का शिकार हो जाए तब भी इनकी मरहम पट्टी के लिए यहां पर कोई बंदोबस्त नहीं है अगर इनको कहीं चोट लग जाती है इनकी हड्डी टूट जाती है तो आज से आर एस पुरा से सर्जन को बुलाया जाता है क्योंकि वह सर्जन जहां पर उपलब्ध नहीं है और इनको रखने की जगह ना होने के कारण कारण अक्सर सांबा किले के अंदर ही इनको रखा जाता है और यहां पर जो कमरे हैं। वहां पर अपने दिन गुजारते हैं। पहले भी कई जानवर हादसे का शिकार हो गए हैं और कई बार इनकी वजह से, गाड़ी के आगे आ जाने से भी बहुत हादसे हुए हैं। अभी पिछले दिनों ही एक स्विफ्ट कार सांबा सब्जी मंडी के आगे एक जानवर के आ जाने के कारण उसके पीछे चल रही एक मेटाडोर से टकरा गई और फिर उसके पीछे एक फॉर्च्यूनर तेज गति से टकरा गई। गनीमत यह है कि कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ लेकिन फॉर्च्यूनर गाड़ी को और जो स्वीफ्ट कार थी उसको खासी क्षति पहुंची थी। प्रशासन से यह अनुरोध है कि इसके बारे में कोई नीति बनाई जाए की आवारा जानवर को कहां रखा जाए।
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