A tweet that went viral on social media yesterday is that of Dr. Ashar Hasan Samoon, Principal Secretary School Education and Skill Development Department, that in the wake of the recent judgements of the High Courts of Madras and Rajasthan; government may direct private schools to reduce tuition fees of students by 30% in view of the closure of schools due to the Covid -19 lock down from March to September 2020, views of parents and management solicited. Although this is not an official order and the views of parents and the school management have invited and a mutual decision on this may be in the coming times. Nevertheless, a wave of happiness in children's parents has run out due to this tweet. They have been demanding for a long time that the school fees of the children be abolished. Although online classes are going on, parents still say that the online studies are not going properly due to so many reasons such poor internet connectivity, new technique and kids are too small for that' so there demand is to reduce the tution fees of their wards. Already due to Covid-19, many of the parents who were in the private sector have also lost their jobs and it is difficult for them to pay hefty fees of their children. In such a situation, this tweet has come as a relief because the way we all know the fees of private schools are very hefty and as you all also know that due to Kovid-19 from March itself to till date, all schools are closed, then how can the school management is charging school fees from the parents of the children and that too in toto. In such a situation, on the condition of anonymity, some private school teachers told us that they are being given only half of salary for online classes and the rest is kept by the school management which is completely illegal. At this time, this tweet by Dr. Ashar Samoon is a very important and a wave of joy has raged in the parents and their children studying in private schools and the way Dr. Asghar Samoon invited the views of parents and school authorities is very important. Because a mutual agreement is the need of the hour. It will definitely be a very good decision for both the private schools and the parents of the children because besides the government schools, private schools have also made a very important contribution in the field of education. So a mutual decision is an exigency which will secure the future of the thousand of the children in this critical phase of Covid-19.
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कल एक ट्वीट जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वह है डॉक्टर असगर हसन समून का जो की प्रिंसिपल सेक्टरी स्कूल एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के है कि उन्होंने ट्वीट किया है कि जिस प्रकार से मद्रास और राजस्थान के उच्च न्यायालयों के हालिया निर्णयों के मद्देनजर; मार्च से सितंबर 2020 तक कोविड 19 लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद होने के मद्देनजर, सरकार, निजी स्कूलों के छात्रों की ट्यूशन फीस को 30% तक कम करने का निर्देश दे सकती है; माता-पिता और प्रबंधन के विचार आमंत्रित हैं हालांकि यह कोई ऑफिशियल आर्डर नहीं है और अभी पेरेंट्स के और स्कूल प्रबंधन केेेे विचार जो उन्होंने आमंत्रित किए हैं आने वाले वक्त में उनसे मिल बैठकर ही इस पर कोई डिसीजन होगा। फिर भी बच्चों के पेरेंट्स में खुशी की लहर इस ट्वीट के चलते दौड़ गई है वे काफी समय से डिमांड कर रहे थे कि बच्चों की स्कूल फीस को खत्म किया जाए उन में कुछ कटौती की जाए। हालांकि ऑनलाइन क्लासेस चल रही है पर फिर भी पेरेंट्स का कहना है कि जो ऑनलाइन स्टडीज है वह भी प्रॉपर तरीके से नहीं हो रही है। और कोविड-1 चलते कई पैरंट्स जो की प्राईवेट सैक्टर मे थे उन की नौकरी भी जा चुकी है और उन को लालन पालन के लाले पड गए हैं। ऐसे में यह ट्वीट एक राहत भरी खबर लेकर आया है क्योंकि जिस प्रकार से हम सभी जानते हैं प्राइवेट स्कूल्स की जो फीस है वह काफी भारी भरकम होती है और जैसा कि आप सभी यह भी जानते हैं कि कोविड-19 के चलते मार्च महीने से ही लेकर अभी तक सारे स्कूल बंद है तो स्कूल प्रबंधन किस बात पर बच्चों के पेरेंट्स से स्कूल फीस ले रहा हैऔर वह भी पूरी की पूरी। ऐसे में अपना नाम ना बताने की शर्त पर कुछ प्राइवेट स्कूल के टीचर ने हमें बताया की ऑनलाइन क्लासेज के लिए उनको सिर्फ आदि ही सैलरी दी जा रही है और बाकी की स्कूल प्रबंधन अपने पास ही रख लेता है जोकि सरासर नाजायज है। ऐसेे वक्त में डॉक्टर असगर समून का यह ट्वीट एक बहुत ही महत्वपूर्ण ट्वीट है जिसमे प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों और उनके पेरेंट्स के लिए एक खुशी की लहर दौड़ गई है और जिस प्रकार से डॉक्टर असगर समून ने पेरेंट्स और स्कूल वालों के विचार भी आमंत्रित किए हैं उनसे मिल बैठकर जब एक अच्छे निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा तो यह निश्चित ही प्राइवेट स्कूल वालों के लिए और बच्चों केेे पेरेंट्स दोनों बहुत ही अच्छा डिसीजन होग क्योंकि गवर्नमेंट स्कूलों के साथ प्राइवेट स्कूलों ने भी शिक्षा के क्षेत्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है ऐसे में सभी स्कूल चलते रहें इसी में सभी की भलाई है और आपसी सामंजस्य के साथ जो निर्णय लिया जाए जिसमें बच्चों के पेरेंट्स के अलावा स्कूल प्रबंधन और शिक्षा अधिकारी सभी शामिल हो वही निर्णय कोविड-19 के इस बुरे दौर में बच्चोंं के भविष्य को सुरक्षित बना सकता है ।
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