सांबा में इस वक्त फ्लाईओवर का काम जोर-शोर से जारी है जिसको नेशनल हाईवे अथॉरिट द्वारा केसीपीएल को यह काम सबलैट किया गया है। लेकिन कंपनी की लापरवाही का आलम यह है कि कहीं रोड से पत्थर उछलकर लोगों की दुकानों के शीशे तोड़ रहे हैं और कहीं लोग इन पत्थरों से घायल हो रहे हैं। कहीं टूटी हुई रोड होने के कारण मोटरसाइकिल सवार, दोपहिया वाहन वाले गिर रहे हैं और कहीं सही सड़क दिशानिर्देश ना होने के कारण हादसे हो रहे हैं। ऐसा ही हादसा कल रात उस वक्त पेश आया जब स्विफ्ट कार जिसका नंबर HP 52B 1111 है और जो जम्मू से पठानकोट की तरफ जा रही थ सड़क दिशानिर्देश ना होने के कारण वहां पास रखे हुए कॉलम्स के साथ टकरा गई। रोड वालों ने यह कॉलम्स यहां पर रखे हैं और इनको कहीं और शिफ्ट किया जाना है लेकिन अभी तक इनको शिफ्ट नहीं किया गया है और इस तरीके से इन को रखा गया है जिससे सड़क की चौड़ाई है वह बहुत ही कम बच जाती है और हादसा होने की आशंका रहती है। यहां पर हम आपको एक बात और बताते चलें की रोड की चौड़ाई 10 फुट के अंतराल के अंदर ही इस तरीके से हो जाती है कि पीछे से समतल रोड एक जगह पर 2 फुट नीचे और 2 फुट ऊपर हो जाती है।कहने कामत मुझे है कि पीछे से आती हुई समतल सड़क आगे जाकर एक साइड 2 फुट ऊंची होती हो जाती हो दूसरी साइड 2 फुट नीचे हो जाती है जिससे आने वाले सवार को यह पता ही नहीं चलता कि आगे क्या है और जब उसको यह दिखाई देता है तब तक वह वाहन को काबू में नहीं रह सकता और गाड़ी टकराने का अंदेशा बन जाता है। जैसा कि कल रात हुआ गनीमत रही कि इस स्विफ्ट कार के दोनों एयरबैग खुल गए जिससे इनको अपनी जान बचाने में सहायता मिली। हालांकि अभी यह लोग घायल हैं और उनकी हालत नाजुक है लेकिन जिस तरीके से गाड़ी वहां पर टकराई है तो निश्चित ही उनकी मृत्यु हो सकती थी। सांबा प्रशासन से हमारा यह अनुरोध है कि केसीपीएल कंपनी को कड़े दिशा निर्देश दिया जाए कि जिससे वह सड़क है उसको सही ढंग से व्यवस्थित करके रखें और दिशानिर्देश भी लगाएं और साथ में जो सरिये ब्रिज के बाहर निकले हुए हैं जो कि शटरिंग के लिए लगाए गए थे लेकिन अभी काटा नहीं गया है अभी पिछले दिनों ही एक बस एक सिरे (Iron Bar) में फंस गई थी जिसने उसकी बॉडी को चीर दिया था यह भी किसी बड़े हादसे का अंदेशा दे रहे हैं हमारा प्रशासन से फिर से एक बार अनुरोध है कि कंपनी को इस बारे में कड़े दिशा निर्देश दिए जाएं ताकि लोगों की कीमती जान बच सके।
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