अभी पिछले कल ही हमने आपको बताया था कि सुंब क्षेत्र के कुछ गांव कौन सी सभ्यता में जी रहे हैं।उसमें हमने आपको बताया था कि इन लोगों के पास ना तो पीने के लिए पानी है और ना ही जाने के लिए कोई सड़क और यहां से यह लोग रहते रहते हैं वहां तक पहुंचने के लिए इनको जंगलों से गुजरना पड़ता है यहां पर बिजली की सुविधा भी नहीं है। इसलिए अगर देर सवेर इनके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है तो भगवान की कृपा से ही बचा जा सकता है। उसी सिलसिले में आज हम आपको दिखा रहे हैं गांव दाबनु के लोगों के लिए पानी की समस्या किस तरह से यह पहाड़ उतर कर घोड़ों खच्चरों पर दरिया बसंतर का पानी ले जाने के लिए मजबूर है। हमारे रिपोर्टर ने वहां एक बुजुर्ग आदमी से बात की जो कि घोड़ा लेकर पानी लेने के लिए नीचे आया था। पानी भरने के लिए उसने अपने साथ कनस्तर लाए थे। जब उससे यह पूछा गया कि आप पानी लेने के लिए नीचे आए हैं?
तो उन्होंने कहा 'हां'
तो क्या वहां पर पीने के पानी की सप्लाई नहीं है?
तो उसने कहा कि वहां पर पीने का पानी नहीं आता है।
कितना टाइम लगता है उनको वहां से जहां नीचे आने तक, तो उन्होंने बताया कि करीब 1,से 2 घंटा लगता है उनको घोड़े पर वहां से नीचे आने के लिए और पानी भर कर ले जाने के लिए तो शुक्र है कि उनके पास घोड़ा जिनके पास घोड़ा नहीं हो या खच्चर नहीं हो उनकी क्या हालत होती होगी आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं उनको एक बाल्टी पानी लाने के लिए या एक घड़ा पानी लाने के लिए कितना समय लगता होगा। हमारे रिपोर्टर ने हंडड गांव के पंच भाग सिंह जी से भी बात की उन्होंने बताया कि यह लोग गांव के रहने वाले हैं और पानी लाने के लिए इनको रोज ही नीचे आना पड़ता है क्योंकि गांव में पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है। तो साथियों आपकी समझ के लिए हम यह बता दें कि यह गांव दाबनु वह गांव है जहां पिछले साल ही पानी ना होने के कारण और गंदा पानी पीने के कारण पूरा का पूरा गांव ही बीमार पड़ गया था और प्रशासन को वहां एक कैंप लगाना पड़ा था और बड़ी मुश्किल से लोगों की जान बचाई जा सकी थी। पानी वहां पर क्यों नहीं पहुंच रहा हैं जल शक्ति विभाग पानी की सप्लाई क्यों नहीं पहुंचा सके यह तो वही जाने लेकिन हमारी प्रशासन से गुहार है कि इन लोगों की परेशानियों को देखते हुए इनका तुरंत राहत पहुंचाई जाए। ऐसे भी गर्मियों में गंदा पानी पीने से नाना प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है और लोग पानी के कारण होने वाली बीमारियों से आसानी से अपनी जान गंवा बैठते हैं। एक बार फिर हमारा प्रशासन से अनुरोध है कि इन लोगों की सुध ली जाए और उनके लिए पीने की पानी की व्यवस्था की जाए।
No comments:
Post a Comment