Monday, May 16, 2022

कब तक होती रहेगी यूं सुंब इलाके में बिना इलाज के मौतें


 जैसा कि हम आपको बता दें कि कल हमने आपको बताया था कि सांबा के डिस्टिक हॉस्पिटल में एक नवविवाहिता जिसका नाम वंदना देवी था उसकी मौत हो गई मौत के कारणों का कुछ पता नहीं चला। थोड़ी देर पहले ही वह सांबा के डिस्टिक हॉस्पिटल में पहुंची थी। अब हमने जब इस बात का पता किया तो पता चला कि वह लड़की सुंब इलाके की रहने वाली थी और 10 - 15 दिन पहले ही उसकी शादी हुई थी और वह अपने मायके आई हुई थी। वहां वह जब थोड़ा बीमार हुई तो उसे सुंब के अस्पताल में ले जाया गया लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं होने की वजह से उसे सांबा रेफर किया गया। यहां पर पहुंचने के थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई। सुंब अस्पताल जैसा कि सिर्फ नाम का ही अस्पताल है वहां पर एक डॉक्टर है जो कि एनआरएचएम के तहत काम कर रहा है और एक डेंटल सर्जन है। कोई डाक्टर ना होने की वजह से वहां पर अक्सर कई मौतें हो जाती है। पहले भी कई बार हमने आपको दिखाया है कि रात के समय वहां पर कोई डॉक्टर नहीं होता और मरीज भगवान के भरोसे बैठे रहते हैं। ऊपर से वहां का इलाका और जो उसके आसपास के गांव हैं, वहां पर सड़क नाम की कोई सुविधा नहीं है और अक्सर गर्मियों में सांप काटने या बच्चा होने वाली औरत या गंदा पानी पीने से लोग अक्सर बीमार हो जाते हैं और कई बार समय पर इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो जाती है। हमारी प्रशासन से गुहार है कि अस्पताल में एक रेगुलर डाक्टर उपलब्ध करवाया जाए जो कि वहां रात को भी रह सके और अगर कोई देर सवेर बीमार होता है तो उसके इलाज में उसकी मदद कर सके ताकि कोई कीमती जान जाया ना हो सके।

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