Wednesday, August 10, 2022

शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है सुंब हाईर सेकेंडरी स्कूल


आज का समय शिक्षा का समय है हमारे प्रधानमंत्री का इस वक्त यही लक्ष्य है कि शिक्षा जो की एक बुनियादी अधिकार है वह हर बच्चे को उपलब्ध हो। लेकिन हम आपको यह बताना चाहते हैं कि आज भी कुछ गांव कुछ जगह ऐसी है जहां पर शिक्षा मिलना एक बहुत ही कठिन कार्य लगता है। हम आपको बता रहे हैं सुंब हाईर सेकेंडरी स्कूल के बारे में। सुंब हाईर सेकेंडरी स्कूल जो कि अपने इलाके का एक बहुत ही पुराना और बड़ा स्कूल है इस वक्त उसमें कई सो बच्चे पढ़ रहे हैं लेकिन अगर वहां हम पढ़ाई की बात करें तो एजुकेशन, पॉलिटिकल साइंस, फिजिकल एजुकेशन और इंग्लिश का वहां पर कोई लेक्चरर ही नहीं है जिससे बच्चों को पढ़ने में काफी परेशानी होती है। स्कूल वाले इसके बारे में तो अपनी सारी कोशिश कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई बात नहीं बन पाई है। इतने समय से अगर यह पोस्ट खाली पड़ी है तो बच्चों का भविष्य क्या होगा वो क्या पढ़ पाएंगे और कैसे अपने भविष्य का और देश का निर्माण करेंगे। इस बारे में अगर हम बात करें तो यहां के नेतागण को इसके बारे में जो कदम उठाना चाहिए... शायद वह  वो कदम उठा नहीं रहे हैं। किसी को बच्चों के भविष्य की परवाह नहीं है। कोई भी इस बाबत कुछ नहीं बोलता और ना ही कहीं हायर अथॉरिटीज़ के पास जाकर इसके बारे में कोई फरियाद करते हैं कि इन बच्चों को समुचित शिक्षा उपलब्ध करवाई जाए और यह सारे लेक्चरर वहां पर मौजूद हो। डिपार्टमेंट भी अपनी ही नींद में सोया पड़ा है उसके पास भी यह फुर्सत नहीं है कि अगर इस स्कूल में यह लैक्चरार नहीं है तो बच्चों का क्या बनेगा। उनका भविष्य किस दिशा में जा रहा है। नाम ना लेने की शर्त पर वहां के बच्चों ने हमें बताया कि बिना सब्जेक्ट लेक्चरर्स के उनको पढ़ने और समझने में काफी परेशानी होती है जिससे वह ठीक तरह से अध्ययन नहीं कर पाते और इसको इससे उनको आगे परीक्षाओं में भी काफी मुश्किल पेश आएगी। इसलिए हम सरकार से यही फरियाद करना चाहते हैं कि जल्द से जल्द यहां पर यह लेक्चरर उपलब्ध करवाए जाएं ताकि बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ ना हो पाए और अच्छी शिक्षा लेकर अच्छा अपना भविष्य और अच्छे नागरिक बन कर देश का निर्माण कर सकें।

No comments:

Post a Comment