Thursday, June 25, 2020

सीबीआई ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री के शैक्षिक ट्रस्ट के खिलाफ प्रारंभिक मामला दर्ज किया।


  सीबीआई ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह के एक शैक्षिक ट्रस्ट द्वारा जमीन हथियाने और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिये प्रारंभिक मामला दर्ज किया है। सिंह ने कठुआ में आठ वर्षीय बच्ची के बलात्कार और हत्या मामले पर विवाद के बाद भाजपा छोड़ दी थी।अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि कठुआ के आरबी एजुकेशनल ट्रस्ट और अज्ञात सरकारी सेवकों के खिलाफ प्रारंभिक मामला दर्ज किया गया है। इन पर वन्य भूमि की बिक्री और खरीद को मंजूरी देने के लिए कठुआ जिले के राजस्व और वन अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप है।सीबीआई ने बताया कि ऐसा आरोप है कि शैक्षिक ट्रस्ट ने खरीददारी में झूठे प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया जैसे कि ऐसी भूमि जम्मू कश्मीर कृषि संबंधी सुधार कानून के तहत छूट प्राप्त श्रेणी में आती है।सिंह ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्रारंभिक जांच में आरोप लगाया गया है कि ऐसे कथित गैरकानूनी कृत्यों से लाभ उठाने वाले ट्रस्ट ने कानून का घोर उल्लंघन करते हुए भूमि का बड़ा हिस्सा हथियाना जारी रखा।उसने यह भी आरोप लगाया कि एक जनहित याचिका पर जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में इस ट्रस्ट को फायदा पहुंचाने के लिए नौ जून 2015 को गलत सूचना उपलब्ध कराई गई।सीबीआई कुछ मामलों में गोपनीय सूचना रिपोर्ट (एसआईआर) दर्ज करती है जिसे तथ्यों की जांच के बाद ही पीई में बदला जाता है। प्रारंभिक जांच के दौरान एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश करती है कि क्या जांच शुरू करने के लिए औपचारिक रूप से मामला या प्राथमिकी दर्ज करने के वास्ते प्रथम दृष्टया तथ्य मौजूद हैं।प्रारंभिक जांच के दौरान कोई तलाशी नहीं ली जाती और न ही किसी को बिना सहमति के बयान दर्ज कराने के लिए सम्मन किया जा सकता है।सिंह ने पिछले साल भाजपा छोड़ दी थी और डोगरा स्वाभिमान संगठन (डीएसएस) बनाया था।

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